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स्वतंत्रता दिवस थीम पर रंगोली बनाना क्या वास्तव में गलत है?

हर त्यौहार की अपनी एक महत्वता होती है जिसके महत्व को थीम के आधार पर दर्शाया जाता है। होली, दीपावली आदि त्योहारों पर अपनी खुशी और भावनाओं को प्रस्तुत करने हेतु घरों, स्कूलों तथा विभिन्न संस्थानों में रंगोली बनाई जाती है।

स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर जमीन पर बनाये गये रंगोली को लेकर आए दिन विवाद उत्पन्न होते रहते हैं। इन विवादों का उत्पन्न होना जायज भी है क्योंकि लोग तिरंगे को ही  हूबहू जमीन पर उतार देते हैं  जबकि यह झंडा हमारे देश की शान है जिसे कभी नही झूकने देना चाहिए।

अपने देश के झंडे को जमीन पर बनाना गलत है क्योंकि जमीन पर बने रंगोली वाले झंडे पर गलती से किसी का पैर में पड़ सकता है या  कोई भी व्यक्ति राष्ट्रीय ध्वज का अपमान करते कूचलते, फाड़ते या नियम विरुद्ध ध्वजारोहण करते पाया जाता है तो उसे 3 साल की जेल या जुर्माना देने का दंड मिल सकता है। व्यक्ति को जेल और जुर्माना दोनों की सजा दी जा सकती है।

तो क्या स्वतंत्रता दिवस के थीम पर रंगोली बनाना गलत है?

इन बातों को जानने हेतु पहले हम एक उदाहरण के द्वारा समझते हैं-


क्या हमारे देश का झंडा ऐसा है?
अगर आप इसे झंडा कहते है?

तो फिर.......


यह क्या है?
इसे क्या कहेंगे?

जैसा कि इन दोनों तस्वीरों से स्पष्ट होता है कि तिरंगे के आकार तथा रंगोली के आकार में काफी विभिन्नताए हैं। इसी प्रकार लोग थीम बेस पर ही साड़ी ,दुपट्टा, पगड़ी तथा गालों  इत्यादि पर तिरंगा जैसा बनाते है।

           अतः यह  रंगोली देश के तिरंगे के थीम के आधार पर बना हुआ है ना कि तिरंगे को ही हुबहू उतारा गया है अर्थात किन बातों को मुद्दा बनाना है तथा किन बातों को समाज में जागरूकता फैलाना है, यह आपके विचार पर निर्भर करता है।

            निष्कर्षतः हम अपनी बातों भावनाओं तथा संदेशों को लोगों तक पहुंचाने हेतु थीम का सहारा लेते हैं ताकि लोगों को अवसर के महत्व को समझाने में कठिनाई ना हो।

Thank you


 


Comments

Anonymous said…
Ye wala agar tiranga hai tab ye kya hai
Anonymous said…
Flag and Art both are totally different from each other, the size of art doesn't matter. However, there are certain parameters for indian flag; which we should follow and respect.

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